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ये 3 दालें पेट में तेजी से बनाती हैं गैस और पेट फूलकर बन जाता है कुप्पा, इन 4 चीजों को मिक्स करके खाएं तेज होगा पाचन

  • Writer: soniya
    soniya
  • Apr 16
  • 3 min read

bloating with pulses
अगर आपको दाल खाने से पेट में गैस बनती हैं तो आप दाल के साथ करी पत्ता मिक्स करके पकाएं।

दालें हमारे आहार की रीढ़ हैं, लेकिन गलत पाचन के कारण गैस और अपच की समस्या हो सकती है। जानिए कैसे कुछ आसान घरेलू उपायों से दाल को पचाने में मदद मिल सकती है।

दाल भारतीय रसोई की सबसे अहम और नियमित रूप से खाई जाने वाली चीजों में से एक है। यह न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि हमारे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करती है। ज्यादातर लोग दिन में एक या दो बार दाल का सेवन करते हैं, और यह हमारे संपूर्ण पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


हर प्रकार की दाल में अलग-अलग पोषक तत्व मौजूद होते हैं, लेकिन सभी दालों में कुछ सामान्य तत्व पाए जाते हैं जैसे - प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फोलेट, विटामिन बी ग्रुप, जिंक और फास्फोरस। ये सभी तत्व शरीर की पोषण संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में सहायक होते हैं।


भारत में कुछ लोकप्रिय दालें हैं - मूंग दाल, मसूर दाल, अरहर (तूर) दाल, चना दाल और उड़द दाल। ये दालें स्वाद में भी अच्छी होती हैं और स्वास्थ्यवर्धक भी मानी जाती हैं।


हालांकि, कुछ लोगों को दाल खाने से पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं। विशेष रूप से जिनका पाचन तंत्र कमजोर होता है, उन्हें दाल खाने के बाद गैस, एसिडिटी और अपच जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।


गैस बनने का कारण क्या है?


आयुर्वेदिक विशेषज्ञ अश्विनीकुमार के अनुसार, कुछ दालों में ऐसे तत्व होते हैं जो पेट में गैस तेजी से बनाते हैं। विशेषकर अरहर, मसूर और मटर की दाल में पाए जाने वाले कुछ शर्करा तत्व जैसे रैफिनोज़ (raffinose) और स्टैचियोज़ (stachyose) ऐसे होते हैं जिन्हें शरीर सीधे नहीं पचा पाता। ये बड़ी आंत में पहुंचकर बैक्टीरिया द्वारा तोड़े जाते हैं, जिससे गैस बनने लगती है।

लेकिन अच्छी बात ये है कि इन समस्याओं से बचने के लिए कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय हैं, जो दाल को सुपाच्य बनाने में मदद करते हैं।


1. दाल में करी पत्ता मिलाएं

करी पत्ता सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाला मसाला नहीं है, बल्कि यह पाचन के लिए भी बहुत लाभकारी है। इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाचन तंत्र को सक्रिय करते हैं और गैस बनने से रोकते हैं। दाल पकाते समय इसमें ताजे करी पत्ते डालें, इससे दाल जल्दी पचती है और पेट हल्का महसूस होता है।


2. दालचीनी का उपयोग करें


दालचीनी (Cinnamon) एक खुशबूदार मसाला है, जो पाचन को दुरुस्त करने में मदद करता है। इसमें कार्मिनेटिव गुण होते हैं जो गैस को बनने से रोकते हैं। साथ ही यह हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करता है और पेट के संक्रमण से बचाता है। एक छोटा टुकड़ा दालचीनी दाल में डालने से इसका स्वाद और सेहत दोनों को लाभ मिलता है।


3. काली मिर्च डालें


काली मिर्च में पाया जाने वाला तत्व पाइपरिन (Piperine) पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे खाना जल्दी और अच्छे से पचता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह पेट की अग्नि को भी बढ़ाता है। दाल में काली मिर्च का पाउडर मिलाकर पकाएं, यह गैस और एसिडिटी से राहत देता है।


4. अदरक का उपयोग करें


अदरक एक बहुउपयोगी औषधीय मसाला है, जिसे आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों में पाचन सुधारक माना गया है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण आंतों की सूजन को कम करते हैं और पाचन क्रिया को सुचारू बनाते हैं। आप ताजी अदरक कद्दूकस करके या सौंठ (सूखी अदरक) दाल में डाल सकते हैं। इससे न केवल स्वाद बढ़ेगा, बल्कि दाल ज्यादा आसानी से पचेगी।


पाचन की समस्या? इन आयुर्वेदिक मसालों से दाल बनाएं हल्की और लाभकारी


दालें पोषण से भरपूर होती हैं, लेकिन यदि पाचन सही न हो तो ये समस्याएं पैदा कर सकती हैं। मगर आयुर्वेद में बताए गए इन घरेलू नुस्खों से आप दाल को और भी अधिक सुपाच्य बना सकते हैं। करी पत्ता, दालचीनी, काली मिर्च और अदरक जैसे सामान्य मसालों का उपयोग करके आप दाल की पौष्टिकता और पाचन क्षमता दोनों बढ़ा सकते हैं।

अगर आप नियमित रूप से दाल खाते हैं और पाचन से जुड़ी दिक्कतों का सामना करते हैं, तो इन उपायों को अपनाएं और अपनी थाली को न केवल स्वादिष्ट बल्कि हेल्दी भी बनाएं।


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