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गेहूं के आटे में ये 3 चीजें मिलाकर बनाएं मैजिकल रोटी, Blood Sugar हमेशा रहेगा नॉर्मल, पेट भरने वाली रोटी बन जाएगी दवा

  • Writer: soniya
    soniya
  • Apr 15
  • 3 min read

गलत खानपान और बिगड़ती दिनचर्या ने डायबिटीज को आम बना दिया है, लेकिन कुछ घरेलू उपायों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। गेहूं के आटे में अलसी, जौ और मेथी मिलाकर बनाई गई रोटी बन सकती है आपकी सेहत की रक्षक।


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गेहूं के आटे में अलसी के बीज,जौ और मेथी दाना मिक्स करके खाएं तो आपकी रोटी डायबिटीज फ्रेंडली बन जाएगी।/Getty images


डायबिटीज: एक लाइफस्टाइल डिजीज, जो अब हर घर की हकीकत बन चुकी है

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित दिनचर्या और फास्ट फूड जैसी खराब डाइट ने इंसान को कई बीमारियों का शिकार बना दिया है। इन्हीं में से एक है डायबिटीज, जिसे 'धीमी मौत' भी कहा जाता है। ये ऐसी बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसे सही खानपान और नियमित दिनचर्या के ज़रिए कंट्रोल किया जा सकता है।

भारत में हर 10 में से 1 व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है, और इस वजह से भारत को "डायबिटीज की राजधानी" तक कहा जाने लगा है। लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ प्राकृतिक उपाय अपनाकर हम इस बीमारी पर काबू पा सकते हैं—बिना महंगी दवाओं या इंसुलिन इंजेक्शन के।


गेहूं का प्रोसेस्ड आटा: छुपा हुआ खतरा


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डायबिटीज कंट्रोल का स्मार्ट तरीका: रोटियों में करें बदलाव


अधिकतर लोग सोचते हैं कि रोटी खाना सेहतमंद होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाज़ार में मिलने वाला गेहूं का आटा डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है? इसका कारण है कि यह आटा बहुत अधिक प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसके जरूरी फाइबर खत्म हो जाते हैं और यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देता है।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. सलीम जैदी के अनुसार, गेहूं के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी अधिक होता है, जो डायबिटिक पेशेंट्स के लिए सही नहीं है। लेकिन अगर आप इसमें कुछ पौष्टिक चीजें मिला लें, तो यही आटा आपकी सेहत का रक्षक बन सकता है।


गेहूं के आटे में मिलाएं ये 3 सुपरफूड्स: मिलेगा डायबिटीज कंट्रोल का फॉर्मूला


1. अलसी के बीज – फाइबर और ओमेगा-3 का पावरहाउस


अलसी के बीज (Flaxseeds) में भरपूर फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है। यह बीज कार्ब्स के पाचन की प्रक्रिया को धीमा करता है, जिससे शुगर तेजी से नहीं बढ़ती। इसके अलावा यह हृदय स्वास्थ्य, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल और पाचन सुधारने में भी सहायक है।


कैसे करें इस्तेमाल:1-2 चम्मच अलसी के बीज को हल्की आंच पर भूनें और पीसकर पाउडर बना लें।फिर 1 कप गेहूं के आटे में 1 चम्मच अलसी पाउडर मिलाकर रोटी बनाएं।


2. जौ का आटा – ब्लड शुगर का नेचुरल बैलेंसर


जौ (Barley) का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ने देता। यह न केवल शुगर को कंट्रोल करता है, बल्कि शरीर को ऊर्जा देने और फैट को घटाने में भी मदद करता है।

कैसे करें इस्तेमाल:3 कप गेहूं के आटे में 1 कप जौ का आटा मिलाएं।इससे बनी रोटी डायबिटीज फ्रेंडली होती है और स्वाद में भी शानदार लगती है।


3. मेथी दाना – इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने वाला औषधीय बीज


मेथी दाना (Fenugreek Seeds) को आमतौर पर मसाले के तौर पर देखा जाता है, लेकिन यह असल में एक जबरदस्त औषधि है। इसमें मौजूद फाइबर शरीर में कार्ब्स के अवशोषण को धीमा करता है और इंसुलिन की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

कैसे करें इस्तेमाल:1 चम्मच मेथी दाना को भूनकर पीस लें और 1 कप गेहूं के आटे में मिलाएं।इससे बनी रोटियां ना सिर्फ स्वादिष्ट होती हैं बल्कि डायबिटीज को कंट्रोल रखने में असरदार होती हैं।


डायबिटीज कंट्रोल का स्मार्ट तरीका: रोटियों में करें बदलाव


आप चाहें तो हर महीने आटे के साथ अलग-अलग सुपरफूड मिक्स करके प्रयोग करें।


  • एक महीने अलसी मिलाएं

  • अगले महीने जौ

  • और फिर तीसरे महीने मेथी


इस तरह आप स्वाद में बदलाव भी पाएंगे और शरीर को हर महीने अलग पोषक तत्व भी मिलते रहेंगे।


दवा नहीं, सही डाइट ही है डायबिटीज की असली ट्रीटमेंट

डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म तो नहीं किया जा सकता, लेकिन थोड़ा-सा जागरूक होकर इसे नियंत्रण में जरूर रखा जा सकता है। गेहूं के आटे में अलसी, जौ और मेथी मिलाकर तैयार की गई रोटियां इस दिशा में एक बेहद सरल, सस्ता और प्रभावशाली उपाय हो सकती हैं। तो अगली बार जब आप आटा गूंथें, तो उसमें सेहत भी मिलाएं – और बनाएं अपनी रोटियों को हेल्थी, टेस्टी और डायबिटीज-फ्रेंडली।

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