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55 हजार रुपए सोने की कीमत!...क्या ईरान, इजरायल, बांग्लादेश की टेंशन खत्म होने पर 40000 सस्ता होगा गोल्ड?

  • Writer: soniya
    soniya
  • Apr 4
  • 4 min read

सोने की कीमतों को लेकर बाजार में चर्चाएं तेज हैं। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हालातों के बीच निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या सोना फिर से 55 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ सकता है? या यह मौजूदा ऊंचाइयों पर ही बना रहेगा?

गोल्ड

विशेषज्ञों की मानें तो इस समय सोने की कीमतें कई वैश्विक घटनाओं के कारण रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। लेकिन अगर ईरान-इजरायल, रूस-यूक्रेन और बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक तनाव कम होते हैं, तो यह स्थिति बदल सकती है। आइए जानते हैं कि सोने के दाम किस दिशा में जा सकते हैं और इसके पीछे क्या कारण हैं।




सोने की कीमतों पर किसने की भविष्यवाणी?


अमेरिकी रिसर्च फर्म मॉर्निंगस्टार के विश्लेषकों ने अनुमान लगाया है कि आने वाले वर्षों में सोने की कीमतों में 38% तक की गिरावट देखी जा सकती है।

• भारत में अभी 24 कैरेट सोना ₹90,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है।

• अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह $3,100 प्रति औंस से ऊपर है।

• अगर सोने की कीमतों में 40% तक गिरावट आती है, तो भारत में यह ₹55,000 प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है।


लेकिन क्या यह गिरावट वास्तव में संभव है? और इसके लिए किन घटनाओं को जिम्मेदार माना जा सकता है?


गोल्ड
विश्व में गोल्ड के भंडार

सोना महंगा क्यों हो रहा है?


1️⃣ युद्ध और वैश्विक अनिश्चितता


सोने को हमेशा से ही “सुरक्षित निवेश” माना जाता रहा है। जब भी दुनिया में किसी तरह की राजनीतिक या आर्थिक अस्थिरता होती है, निवेशक अपना पैसा शेयर बाजार से निकालकर सोने में लगाना शुरू कर देते हैं।

• रूस-यूक्रेन युद्ध (2022-2024): इस युद्ध के कारण वैश्विक बाजार अस्थिर हो गए, जिससे सोने की मांग बढ़ गई।

• इजरायल-हमास संघर्ष: अक्टूबर 2023 से इस क्षेत्र में जारी जंग ने भी सोने की कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।

• अमेरिका-ईरान परमाणु तनाव: ईरान द्वारा गुप्त रूप से यूरेनियम संवर्धन करने की खबरों से भी बाजार में हलचल मच गई, जिससे सोने के दाम और बढ़ गए।


2️⃣ महंगाई और आर्थिक नीतियां

• दुनियाभर में मुद्रास्फीति (Inflation) बढ़ रही है।

• अमेरिकी डॉलर कमजोर होने से गोल्ड को एक सुरक्षित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।

• चीन और अमेरिका का ट्रेड वॉर भी इसकी बड़ी वजहों में से एक है।


3️⃣ केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद

• 2023 में दुनिया के केंद्रीय बैंकों ने 1,045 टन सोना खरीदा।

• इससे मांग और बढ़ गई, जिससे कीमतें और चढ़ीं।


सोना चाँदी

क्या सोने की कीमतें गिरेंगी?


हालांकि, कुछ संकेत यह भी मिल रहे हैं कि आने वाले महीनों में सोने की कीमतें घट सकती हैं।


1️⃣ सोने का उत्पादन बढ़ रहा है

• सोने की खनन कंपनियों को बड़ा मुनाफा हो रहा है।

• 2024 की दूसरी तिमाही में खदानों को प्रति औंस $950 का लाभ मिला।

• वैश्विक सोने का भंडार 9% बढ़कर 2,16,265 टन हो गया है।

• ऑस्ट्रेलिया में सोने का उत्पादन बढ़ा है।


2️⃣ पुराने सोने का दोबारा उपयोग

• रिसाइक्लिंग के बढ़ते ट्रेंड के कारण नई सोने की मांग घट सकती है।

• अगर लोग पुराने गहनों को दोबारा उपयोग में लाने लगें, तो सोने की नई खरीद में कमी आ सकती है।


3️⃣ केंद्रीय बैंक अब सोने की ज्यादा खरीद नहीं कर रहे

• वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सर्वे के अनुसार, 71% केंद्रीय बैंक या तो सोना बेचना चाहते हैं या मौजूदा भंडार बनाए रखना चाहते हैं।

• इससे मांग में कमी आ सकती है, जिससे कीमतें गिर सकती हैं।




क्या रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने से सोना सस्ता होगा?


क्या यह युद्ध खत्म होने वाला है?

• अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस युद्ध को खत्म कराने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहे हैं।

• भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत कर चुके हैं।

• अगर युद्ध समाप्त हो जाता है, तो सोने की खरीद धीमी पड़ सकती है और कीमतों में गिरावट आ सकती है।




क्या इजरायल-हमास संघर्ष का समाधान निकलेगा?


क्या यह जंग खत्म हो सकती है?

• अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र इजरायल और हमास के बीच शांति वार्ता का समर्थन कर रहे हैं।

• संयुक्त राष्ट्र पहले भी कई बार समझौते करा चुका है।

• डोनाल्ड ट्रंप अगर दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो वह इस मुद्दे पर सक्रिय हो सकते हैं।

• अगर संघर्ष कम होता है, तो बाजार स्थिर होगा और सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है।




क्या सोना निवेश के लिए अच्छा विकल्प रहेगा?


हालांकि सोने की कीमतें भविष्य में गिर सकती हैं, फिर भी इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए एक सुरक्षित संपत्ति माना जाता है।


✔️ सोने में निवेश क्यों करें?

• महंगाई से सुरक्षा: जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो सोना एक सुरक्षित निवेश बन जाता है।

• डॉलर की कमजोरी: अगर अमेरिकी डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।

• भविष्य की अनिश्चितताएं: राजनीतिक अस्थिरता या आर्थिक मंदी की स्थिति में सोने की मांग बनी रहेगी।


❌ कब सोने में निवेश न करें?

• जब मांग कम हो रही हो और कीमतें गिरने की संभावना हो।

• जब अन्य परिसंपत्तियां (जैसे स्टॉक्स या बॉन्ड्स) बेहतर रिटर्न दे रही हों।




निष्कर्ष: क्या सोना 55,000 तक गिर सकता है?


✅ संभावित कारण:

• वैश्विक युद्ध और संघर्षों में कमी

• मांग में गिरावट और खनन में बढ़ोतरी

• केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद में कमी


❌ लेकिन अभी सोना महंगा क्यों है?

• रूस-यूक्रेन, इजरायल-हमास, ईरान-अमेरिका तनाव

• आर्थिक अनिश्चितता और डॉलर की कमजोरी


अगर आने वाले महीनों में राजनीतिक स्थिरता लौटती है और वैश्विक बाजार मजबूत होते हैं, तो सोना ₹55,000 तक आ सकता है। लेकिन अगर युद्ध और आर्थिक संकट बढ़ते हैं, तो यह ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम भी छू सकता है।


अगले कुछ महीनों में निवेशकों को सोने की कीमतों पर नजर बनाए रखनी होगी, क्योंकि इसका भविष्य पूरी तरह से वैश्विक घटनाओं पर निर्भर करेगा।

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